वाई आई एस न्यूज़। मुरादाबाद । यूपी।
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मुरादाबाद में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस। |
मुरादाबाद में बुधवार को जेआर अग्रवाल कन्या इंटर कॉलेज, आर्य समाज इंटर कॉलेज, बलदेव आर्य कन्या इंटर कॉलेज व मेथाडिस्ट गर्ल्स इंटर कॉलेज आदि विभिन्न कॉलेजों में भेंट वार्ता कर, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने राष्ट्रीय बालिका दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया जिसमें बालिका विद्यालयों की प्रधानाचार्यो एवं शिक्षिकाओं को पञ्चांग भेंट कर किया गया।
महासंघ ने बालिकाओं के हित संरक्षण का संकल्प लिया। इस मौके पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष जोगेंद्र पाल सिंह नें बताया कि जिला महामंत्री डॉ. मधु बाला त्यागी के नेतृत्व में 24जनवरी 2024 को मेथोडिस्ट गर्ल्स इंटर कालेज की प्रधानाचार्य रेणुका जोयल, बलदेव आर्य कन्या इंटर कालेज की प्रधानाचार्य डॉ. नीति भारद्वाज, जे आर अग्रवाल इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य आरती गोयल, आर्य समाज कन्या इंटर कालेज की प्रधानाचार्य डॉ. वंदना सक्सेना समेत दर्जनों शिक्षिकाओं को अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा प्रकाशित पञ्चांग भेंटकर राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाए दीं, एवं बालिकाओं के हित संरक्षण का आवाह्न किया।
सभी ने बालिकाओं के हित संरक्षण एवं उनके विकास के लिए हर सम्भव प्रयास करने का संकल्प लिया। उन्होंने बताया कि भारत में प्रतिवर्ष 24 जनवरी को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय बालिका दिवस बालिकाओं को सशक्त बनाने के महत्व को उजागर करने और समाज में उनके सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह दिवस महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा 2008 में शुरू किया गया यह दिन लैंगिक समानता को बढ़ावा देने, युवतियों को सशक्त बनाने और उनके अधिकारों की रक्षा करने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जिला महामंत्री डॉ. मधु बाला त्यागी ने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस आशा की किरण के रूप में कार्य करता है। युवतियों के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालता है, और उनके अधिकारों, शिक्षा और समग्र कल्याण की वकालत करता है इसके उपरांत खेल कार्यक्रम, सांस्कृतिक कार्यक्रम, कैरियर मार्गदर्शन सत्र, स्वास्थ्य और स्वच्छता कार्यशालाएं, और प्रेरक महिलाओं की कहानी सुनाने के सत्र जैसी गतिविधियाँ आम तौर पर आयोजित की जाती हैं। इन आयोजनों का उद्देश्य लड़कियों को प्रेरित करना और लचीलापन और सशक्तिकरण की भावना पैदा करना है। बालिका दिवस केवल सरकार के नेतृत्व वाली पहल नहीं है, इसमें समाज के सभी क्षेत्रों से भागीदारी का आह्वान किया गया है। सामुदायिक सेवा परियोजनाओं में शामिल होना, स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करना और लड़कियों को सशक्त बनाने वाली पहलुओं का समर्थन करना ऐसे तरीके हैं, जिनमें व्यक्ति और संगठन योगदान दे सकते हैं।