Thursday, January 18, 2024

संभल के आर्य समाज मंदिर में विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में हुआ आयोजन।

वाई आई एस न्यूज़। संभल। यूपी।

संभल के आर्य समाज मंदिर में विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में हुआ आयोजन।


बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय साहित्य कला संगम की ओर से स्थानीय आर्य समाज मंदिर में विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में भव्य आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम अध्यक्ष शिव शंकर शर्मा, मुख्य अतिथि डॉक्टर पूनम बंसल, विशिष्ट अतिथि सुशील कुमार भगत जी, संस्था के संरक्षक कमलकांत तिवारी, संस्था के निर्देशक  संजय कुमार गुप्ता, संस्था की अध्यक्ष डॉ. विजयलक्ष्मी शर्मा, महामंत्री पूनम शुक्ला, उपाध्यक्ष नेहा मलय, कार्यक्रम संचालिका उपमंत्री पूनम रेनू तिवारी ने माता सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया, अध्यक्ष डॉ. विजय लक्ष्मी शर्मा ने अपने मधुर कंठ से  सरस्वती वंदना तथा भारत वंदना प्रस्तुत की। पूजा शर्मा ने गौ सेवा की प्रक्रिया पूर्ण की। निदेशक संजय कुमार गुप्ता ने संस्था के देश-विदेश स्थित सदस्यों के सक्रिय सहयोग का उल्लेख किया। 


इस मौके पर संस्थापक डॉक्टर डीएन शर्मा ने कहा कि आरएनआई 2015-16 की रिपोर्ट के अनुसार पूरे भारतवर्ष में पंजीकृत प्रकाशनों की संख्या 114820 है इनमें हिंदी के 46827  प्रकाशन पंजीकृत हैं जबकि दूसरे स्थान पर अंग्रेजी भाषा के प्रकाशन हैं  जिनकी  संख्या 14365 हैं, हिंदी विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली तीसरी भाषा है, भारतीय  प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में हिंदी सबसे ज्यादा बोली, सुनी  जाने वाली भाषा है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई तथा वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हिंदी भाषणों का विश्व पटल पर धमाकेदार स्वागत हो रहा है। इस अवसर पर आयोजित काव्य गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए संस्था की महामंत्री पूनम शुक्ला ने कहा- हिंदी महज भाषा नहीं  यह मां हमारी हमको रचती है, प्रसिद्ध  कवि सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा अलंकार से हो अलंकृत  हिंदी भाषा का अंग अंग, हम हिंदी के हिंदी हमारी रहे सदा ही संग संग कविता पढ़कर सामां बांध दिया। प्रख्यात कवि अतुल कुमार शर्मा ने जब यज्ञ हवन की ज्वाला में, साधु संत की माला में, प्यासे के पानी हैं राम, भूखे की रोटी है राम कविता पढ़ी तो सभागार तालियों से गूंज उठा  पर इस अवसर पर मुरादाबाद से पधारीं मुख्य अतिथि डॉक्टर पूनम बंसल ने अपनी बहुत ही मधुर वाणी में मौसम की बेरहमी को व्यक्त करने वाली---- नया साल ये सिमटा सिकुड़ा आया जग के द्वार, शीत पवन भी लिए हुए है अभिनंदन के हार, ओढ़ दुशाला हिम का देखो आया है नव वर्ष, मन की इच्छाएं हैं करतीं स्वागत बारंबार।  कविता प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। संस्था की उपाध्यक्ष नेहा मलय नें हिंदी से गौरवशाली परिवेश है, आओ जाने क्यों इतिहास विशेष है, कविता पढ़कर सभी श्रोताओं की वाहवाही प्राप्त की। कुमारी अंजली ने निर्माणों के पावन युग में हम चरित्र निर्माण ने भूलें, कविता सुनायी। सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र  शौर्य भारद्वाज ने-है नमन उनको जो इस देह को अमृत्व देकर इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गए, सुना कर सबका मन मोह लिया। इसी क्रम में विद्यालय की कुमारी मनीषा ने-लिखने का हुनर अगर मुझे आया होता सबसे पहले मैंने अपनी मां को बताया होता, सुन कर सबका मन मोह लिया कवि मनमोहन गुप्ता एडवोकेट ने वर्तमान न्याय प्रणाली पर एक व्यंग्य प्रस्तुत करते हुए कहा-- हथकड़ी पहने एक मुलाजिम अदालत में आया उसे देखकर जज साहब का सर चकराया सुना कर सबको न्याय व्यवस्था के बारे में सोचने के लिए विवश  कर दिया। समारोह में अध्यक्ष प्रधानाचार्य शिव शंकर शर्मा जी ने कहा कि हिंदी का विश्व में बहुत विस्तार हो रहा है और वह बहुत शीघ्र ही संयुक्त राष्ट्र संघ की सातवीं अधिकृत भाषा बनने की ओर अग्रसर है। कवि गोष्ठी के समापन पर डॉक्टर डीएन शर्मा ने अपनी प्रसिद्ध कविता- आओ मिलकर हिंदी दिवस मनाएं सुना कर हिंदी के विश्व भाषा बनने के सोपनों का वर्णन किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि सुशील कुमार भगत जी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में आर्य समाज और हिंदी का योगदान अविस्मरणीय है। 


कार्यक्रम संचालिका पूनम रेनू तिवारी ने विश्व हिंदी दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि बताते हुए कहा कि सन् 1975 में नागपुर में आयोजित विश्व हिंदी सम्मेलन के मुख्य अतिथि मॉरीशस के तत्कालीन प्रधानमंत्री सर शिव सागर  रामगुलाम ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र संघ की अधिकृत विश्व भाषा बनाने का प्रस्ताव रखा था। इस भूमिका में विश्व हिंदी दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष होता है। संस्था के संरक्षक कमलकांत तिवारी ने अंतर्राष्ट्रीय साहित्य कला संगम द्वारा आयोजित विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर संस्थापक डॉक्टर डीएन शर्मा के जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी और कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि 10 जनवरी को ही विश्व हिंदी दिवस होता है और 10 जनवरी को ही संस्थापक डॉक्टर डॉक्टर डीएन शर्मा का जन्मदिन है। अत: अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संगम को विश्व हिंदी दिवस के आयोजन को और भी अधिक धूमधाम से मनाना चाहिए। इस अवसर पर 7 जनवरी को पत्र लेखन और सुलेख प्रतियोगिता परिणाम के अनुसार पत्र लेखन में कुमारी  सुगंधी प्रथम, कुमारी शुमैला द्वितीय, प्रज्ञा देवल तृतीय, सुलेख एवं श्रुतलेख प्रतियोगिता में दिव्यांश प्रथम, दिव्यांश कुमार भारती द्वितीय, बॉबी यादव तृतीय स्थान पर रहे जिन्हें प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।  समारोह का संचालन उप मंत्री पूनम रेनू तिवारी ने किया।और ज्ञापन संरक्षक कमल कांत तिवारी ने किया। 


इस अवसर पर तुषार शर्मा, कुमारी श्रेया शर्मा, देवांश नंदन शर्मा, संध्या रस्तोगी, कुमारी अंजली, निरमेश शर्मा, साधना शर्मा, विकास वर्मा, डॉक्टर दुष्यंत मिश्रा, तारा सिंह, विपिन शर्मा, प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार शर्मा,  प्रधानाचार्य यतींद्र भाटी, वीरेंद्र गुप्ता, विमलेश सैनी, शिखा चाहल, कुमारी अंजली, कुमारी अंशु, पूजा शर्मा, पूनम शुक्ला, नेहा मलय, पूनम रेनू तिवारी, चौधरी प्रवीण सिंह, सुशील कुमार भगत जी, प्राचार्य विवेक कुमार शर्मा, कुलदीप, रेखा गुप्ता, सुभाष चंद्र शर्मा, अतुल कुमार शर्मा, संतोष कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।


 सुनील दिवाकर

वाईआईएस न्यूज़

मुरादाबाद।

No comments:

Post a Comment

कुत्ते के काटने से पकौड़ी ठेला वाले की उपचार के दौरान मौत।

कुत्ते के काटने से पकौड़ी ठेला वाले की उपचार के दौरान मौत। आपको बता दें पकौड़ी का ठेला लगाने वाले व्यक्ति को कुत्ते के हमले को नजर अंदाज कर ...